Class 12 Chemistry Chapter 2 Electrochemistry ( विद्युत रसायन ) Notes NCERT Based Download PDF

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 Class 12 Chemistry Chapter 2 Electrochemistry ( विद्युत रसायन ) Notes in Hindi

विद्युत रसायन ( Electrochemistry )

विद्युत अपघट्य के प्राकर

👉 7 मार्च 2024 का कक्षा 12वीं रसायन विज्ञान मॉडल पेपर

1. प्रबल विद्युत अपघट्य – विद्युत अपघटन जो पूर्णता अयनित होते हैं प्रबल विद्युत अपघट्य कहलाते हैं।

  • इनके वियोजन की मात्रा सदैव 1 होती है।
  • Ex- H2SO4,HNO3,HCl,HBr,HI,

2.दुर्बल विद्युत अपघट्य – वे विद्युत अपघट्य जो 4पूर्णता आयनिक नहीं होते हैं दुर्बल विद्युत अपघटन कहलाते हैं।

  • उनके वियोज्न की मात्रा सदैव एक से कम होती है
  • Ex- CH3COOH,HCOOH,HCN,H2S

प्रश्न – चालकत्व किसे कहते हैं?

चालकत्व – प्रतिरोध के व्युत्क्रम को चालकत्व कहते हैं इसे G या C से प्रदर्शित करते हैं

मात्रक – 1/ओम सेमी

प्रश्न- सेल स्थिरांक किसे कहते हैं?

सेल स्थिरांक- किसी सेल में दो इलेक्ट्रोड के बीच की दूरी तथा उनके अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल के अनुपात को सेल स्थिरांक कहते हैं।
इसे Gx या X से प्रदर्शित करते हैं।

Gx = L/A

किसी सेल का सेल स्थिरांक प्रत्यक्ष रूप से प्राप्त नहीं कर सकते हैं इसे सेल की चालकता तथा प्रतिरोध के द्वारा ज्ञात करते हैं।

मोलर चालक्ता – 1 सेंटीमीटर2 अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल वाले तो इलेक्ट्रोड के मध्य 1 सेंटीमीटर की दूरी होने पर उनके मध्य उपस्थित 1 मोलर विद्युत अपघटनी बिलियन की चालकता मोलर चालकता कहलाती है।

अथवा

किसी विद्युत अपघटनी बिलियन में उपस्थित 1 मोल आयनो की चालकता मोलर चालकता कहलाती है।

^m = K*1000
M

तुल्यांकी चालकता – किसी बिलियन में उपस्थित 1 ग्राम तुल्यांक विद्युत अपघट्य में उपस्थित आयनों की चालकता तुल्यांकी चालकता कहलाती है।

^eq = K*1000
N

अनंत तनुता – किसी विद्युत अपघटन के लिए वह तानुता जिस पर वह पूर्णता आयनित हो जाता है अनंत तनुता कहलाती है।

कोलराउश का नियम – अनंत तनुता पर किसी प्रबल विद्युत अपघट्य की मोलर चालकता उसके आयनों की मोलर चालकता के योग के बराबर होती है।

 

कोलराउश का नियम अनुप्रयोग –

  • प्रबल विद्युत अपघट्य की सहायता से दुर्बल विद्युत अपघट्य की मोलर चालकता ज्ञात करना
  • वियोजन की मात्रा तथा वियोजन इस्थरांक की गणना करना
  • अल्प विलेयता लवण की विलेयता ज्ञात करना
  • अधिक क्रियाशील धातु के निष्कर्षण में

Class 12 Chemistry Chapter 2 Electrochemistry Notes 

 

वैद्युत अपघटन के नियम – विद्युत अपघटन की क्रिया को समझाने के लिए माइकल फैराडे ने 1934 में 2 नियम दिए जिन्हें फैराडे का विद्युत अपघटन नियम कहते हैं।

प्रथम नियम – किसी विद्युत अपघटनी बिलियन में विद्युत धारा प्रवाहित करने पर इलेक्ट्रोडो पर प्राप्त पदार्थ की मात्रा विलयन में पप्रवाहित आवेश की समानुपाती होती है।

दूसरा नियम – श्रेणी क्रम में जुड़े दो अलग-अलग विद्युत अपघटन के विलयन में समान धारा समान समय तक पप्रवाहित करने पर प्राप्त पदार्थ की मात्राओं का अनुपात उनके तुल्यांकी भारों के अनुपात में होता है।

सेल – सेल एक ऐसी युक्ति है जिसमें विद्युत ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में तथा रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदला जाता है।

सेल दो प्रकार की होती हैं .

विद्युत अपघटनी सेल – वह सेल जो विद्युत ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करता है विद्युत अपघटनी सेल कहलाता है।

इसमें किसी विद्युत अपघटन की विलयन में दो इलेक्ट्रोड एनोड तथा कैथोड लगे होते हैं जो एक बैटरी की सहायता से जुड़े होते हैंक् एनोड धनात्मक तथा कैथोड ऋणआत्मक होता है एनोड पर ऑक्सीकरण तथा कैथोड पर अपचयन होता है।

विद्युत रासायनिक सेल अथवा गैलवेनिक सेल – ऐसी सेल जो रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है विद्युत रासायनिक सेल कहलाता है।

इलेक्ट्रोड किसे कहते हैं ?

जब किसी धातु की छड़ को उसी के लवण के विलयन में डाला जाता है तो प्राप्त सरचना अर्धसेल होती है एवं धातु की छड़ इलेक्ट्रोड कहलाती है।

इलेक्ट्रोड विभव किसे कहते हैं ?

किसी धातु की छड़ को उसके लवण के विलयन में डुबाने पर धातु की छड़ तथा विलयन की सतह के मध्य विभवांतर उत्पन्न होता है इसे ही इलेक्ट्रोड विभव कहते हैं।

Class 12 Chemistry Notes in Hindi

 

मानक इलेक्ट्रोड विभव किसे कहते हैं ?

25 डिग्री सेल्सियस ताप तथा 1 मोलर सांद्रता सांद्रता वाले लवण के विलयन में डूबी हुई क्षण पर उत्पन्न विभांतर मानक इलेक्ट्रोड विभव कहलाता है।

ऑक्सीकरण विभव किसे कहते हैं ?

किसी धातु की छड़ का उसकी लवण के विलयन में डुबाने पर छड़ पर ऑक्सीकरण के कारण उत्पन्न विभव ऑक्सीकरण विभव कहलाता है।

मानक ऑक्सीकरण विभव किसे कहते हैं ?

किसी धातु की छड़ को 25° C ताप तथा 1 मोलर सांद्रता वाले लवण के विलयन में डुबाने पर छड़ पर ऑक्सीकरण के कारण उत्पन्न विभव मानक ऑक्सीकरण विभव कहलाता है।

अपचयन विभव किसे कहते हैं ?

किसी धातु की छड़ को उसके लवण के विलयन में डुबाने पर छड़ पर अपचयन के कारण उत्पन्न विभव अपचयन विभव कहलाता है ।

विद्युत रासायनिक श्रेणी किसे कहते हैं ?

जब तत्वों को उनकी इलेक्ट्रोड विभव के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित करते हैं तो प्राप्त श्रेणी को विद्युत रासायनिक श्रेणी कहते हैं

Li (लि)
K (क)
Ba (बा)
Sr (सर)
Ca (से )
Na (न)
Mg (मांग)
Al (आलम)
Mn (मन)
Zn‌ (जन )
Cr (कर)
Fe (फे)
Cd (सीढ़ी)
Co (को)
Ni (निकिल)
Sn( टीन )
Pb (लादा)
H (हाइड्रोजन)
Cu (कु)
Hg ( मार्ग पर जायेगे )
Ag
Au (और )
Pt (पिटोगे)

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